Superfast: Adani Group पर Hindenberg Report के बीच RBI का बड़ा कदम, बैंकों से मांगी जानकारी -सूत्र
Gautam Adani दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे जो हिंडेनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट (Hindenburg Research Report) से हुए खुलासों के बाद विश्व के सबसे अमीर व्यक्ति की लिस्ट में टॉप 20 में भी नहीं रहे। इस रिसर्च रिपोर्ट ने गौतम अडानी को भारी नुकसान हुआ है और अडाणी ग्रुप (Adani group) के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है ।
इस नुकसान के बाद भी अडानी ग्रुप ने अपने अपकमिंग प्रोजेक्ट को बंद करने या स्थगित करने को लेकर कोई सूचना जारी नहीं की है। अडाणी ग्रुप (Adani group) के तीन अपकमिंग प्रोजेक्ट हैं जो ऑटो सेक्टर के ईवी सेगमेंट से जुड़े हैं। माना जा रहा है कि ईवी सेगमेंट में गौतम अडानी की एंट्री के बाद ईवी सेगमेंट की सूरत एकदम बदल जाएगी। क्या हैं वो प्रोजेक्ट और कब होंगे शुरू यहां जान लीजिए उनकी कंप्लीट डिटेल।
SB Adani Trust ने हासिल किया ट्रेडमार्क
ऑटो सेक्टर के ईवी सेगमेंट में एंट्री के लिए अडाणी ग्रुप अपनी पूरी तैयारियां कर चुका है जिसके लिए गौतम अडाणी के एसबी अडाणी ट्रस्ट (SB Adani Trust) ने जमीन और पानी पर चलने वाले चलने वाले वाहनों के लिए “अडाणी” “Adani” नाम इस्तेमाल करने के लिए ट्रेडमार्क हासिल कर लिया है। ट्रेडमार्क हासिल करने के बाद ये साफ हो चुका है कि गौतम अडाणी (Gautam Adani) की अगली व्यापारिक रणनीति का केंद्र ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स होंगे। इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में अडाणी ग्रुप की एंट्री होने से कई बड़े बदलाव देखे जाएंगे जो इस प्रकार हैं।
Adani group करेगा कमर्शियल इलेक्ट्रिक व्हीकल का निर्माण
पहले चरण में अडाणी ग्रुप कमर्शियल इलेक्ट्रिक व्हीकल का निर्माण करेगा जिसमें कमर्शियल इलेक्ट्रिक कोच, इलेक्ट्रिक बस, इलेक्ट्रिक ट्रक, इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर प्रमुख होंगे। वर्तमान में टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा ही कमर्शियल इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाती है लेकिन अडानी ग्रुप की एंट्री के बाद इस सेगमेंट में दोनों कंपनियों को कड़ा मुकाबला मिलेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए कंपनी गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान में प्लांट लगा सकती है जिसके करीब 1 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
Adani group लिथियम आयन बैटरी का निर्माण करेगा
अडाणी ग्रुप पैसेंजर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने से पहले इलेक्ट्रिक व्हीकल का सबसे जरूरी हिस्सा यानी लिथियम आयन बैटरी का निर्माण करेगा। अडाणी ग्रुप द्वारा लिथियम आयन बैटरी का निर्माण किए जाने के बाद इस सेगमेंट में आने वाले इलेक्ट्रिक कार, इलेक्ट्रिक बाइक और स्कूटर की कीमतों में भारी गिरावट की उम्मीद है ।
वर्तमान में कंपनियों को विदेशों से लिथियम आयन बैटरी सेल का आयात करना पड़ता है जिसके चलते इन लिथियम आयन बैटरी की कीमत काफी बढ़ जाती है। मगर देश में उत्पादन होने के बाद इसका सबसे बड़ा फायदा ग्राहकों को होने वाला है जिन्हें कम कीमत पर इलेक्ट्रिक व्हीकल उपलब्ध हो सकेंगे।
Adani group स्थापित करेगा ईवी चार्जिंग स्टेशन
ईवी सेगमेंट में अभी कई फील्ड ऐसी हैं जिनमें बड़े खिलाड़ियों की एंट्री नहीं हुई है जिसमें से एक है ईवी चार्जिंग स्टेशन। इस सेगमेंट में बड़ी संभावनाओं को देखते हुए अडाणी ग्रुप (Adani group) देश भर में इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना पर काम कर रहा है। दरअसल, केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए रेवेन्यू शेयरिंग फॉर्मूले पर अलग अलग राज्यों में इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए निजी कंपनियों को जमीन देने का प्रस्ताव दिया था। अडाणी ग्रुप ने केंद्र से मिले इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए गुजरात के मुंद्रा में SEZ में एक रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने की योजना बना ली है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अडाणी ग्रुप पहले चरण में देश के प्रमुख शहरों में ईवी चार्जिंग स्टेशन को स्थापित करेगा जिसके बाद ईवी चार्जिंग स्टेशन का विस्तार देश के सभी राज्यों और शहरों में किया जाएगा। वर्तमान में इस सेगमेंट में ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric), एथर एनर्जी (Ather Energy) और हीरो इलेक्ट्रिक (Hero Electric) का नाम शामिल है।
Adani group स्थापित करेगा रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर
अडाणी ग्रुप देश में अपनी तीन प्रमुख परियोजनाओं इलेक्ट्रिक व्हीकल के निर्माण, लिथियम आयन बैटरी निर्माण और ईवी चार्जिंग स्टेशन पर काम करने के अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में आने वाली समस्याओं और इस सेगमेंट को आगे बढ़ाने के लिए रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर भी स्थापित करेगा।
Hindenburg Research Report से हुए खुलासों के बाद बेशक अडाणी ग्रुप को हजारों करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है मगर ईवी सेक्टर में एंट्री की योजना पर काम कर रहे गौतम अडानी न सिर्फ इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट की सूरत बदलकर रख देंगे बल्कि इन तीन परियोजनाओं से देश के लाखों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिलेगा।